5 जनपदों में अत्यधिक कम वर्षा दर्ज की गयी, कई में सामान्य से अधिक वर्षा

Jul 14 2023

5 जनपदों में अत्यधिक कम वर्षा दर्ज की गयी, कई में सामान्य से अधिक वर्षा


India Emotions, Lucknow. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय विद्युत, डूबने तथा सर्पदंश से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार उप्र. में बीते 24 घण्टों में आकाशीय विद्युत से 9, डूबने से 7 तथा सर्पदंश से 1 जनहानि हुई हैं।

इनमें आकाशीय विद्युत से जनपद सुलतानपुर, बदायूं में 1-1, जनपद गाजीपुर में 5, जनपद बलिया में 2 डूबने से जनपद सुलतानपुर एवं कानपुर देहात में 1-1, जनपद बिजनौर में 3, जनपद अमेठी में 2 तथा सर्पदंश से जनपद सीतापुर में 1 जनहानि हुई है।

विगत 24 घण्टे में प्रदेश में 9.7 मिमी वर्षा दर्ज की गयी है। 1 जून से अब तक 236.7 मिमी औसत वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा 209.4 मिमी के सापेक्ष 113 प्रतिशत है। प्रदेश के 19 जनपदों में अत्यधिक वर्षा (60 प्रतिशत अधिक), 13 जनपदों में अधिक वर्षा (20 से 59 प्रतिशत अधिक), 20 जनपदों में सामान्य वर्षा, 18 जनपदों में कम वर्षा (20 से 59 प्रतिशत कम) तथा 5 जनपदों में अत्यधिक कम वर्षा (60 से 99 प्रतिशत कम) दर्ज की गयी है।
24 घण्टे में प्रदेश के कई जनपदों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। जिनमें जनपद मैनपुरी, मुरादाबाद, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, कासगंज, सम्भल तथा महाराजगंज में 30 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गयी।

सिंचाई विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार गंगा जी कचला ब्रिज (बदायूं), यमुना मावी (मुजफ्फरनगर) में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। जनपद अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर, शामली, गाजियाबाद, बागपत व मुजफ्फरनगर को छोड़कर कहीं भी अतिवृष्टि या जलभराव के कारण लोगों को बाढ़ शरणालय पर ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।

सहारनपुर के 104 गांव तथा 13 नगरीय मोहल्ले, शामली के 25 गांव (केवल कृषि क्षेत्र ही प्रभावित), गौतमबुद्धनगर के 6 गांव, बागपत के 11 (केवल कृषि क्षेत्र ही प्रभावित), मुजफ्फरनगर के 12 गांव, जनपद अलीगढ़ के 10, मथुरा के 12, मेरठ के 15 (केवल कृषि क्षेत्र ही प्रभावित) तथा गाजियाबाद के 9 बाढ़ गांव प्रभावित हैं। इन क्षेत्रों के कुल 5,043 लोगों को बाढ़ शरणालय में रखा गया है। इनके भोजन एवं रहने की उचित व्यवस्थाएं की गई हैं।